Thursday, March 19, 2015
Friday, March 6, 2015
होली आई रे !
1
है होली आई
फागुनी पुरवाई
ये मस्ती छाई।
2
है राधा संग
बरसाने के रंग
कान्हा मलंग।
3
ले पिचकारी
मस्तानों की टोली
है गाती होली ।
4
हे राधे राधे
रंगों की पहचान
प्रेम राह दे।
5
रंग दे रंग
जीवन को रंग दे
अच्छे संग दे।
6
गुजिया खाई
है भंग रंग लाई
रूठी भौजाई।
7
आब गुलाल
हैं करते धमाल
गुलाबी गाल।
8
जीवन रंग
सखियों तुम संग
मन-तरंग ।
9
भईया संग
बहनों ने सजाएं
हाइकु रंग।
10
दुश्मन बनें
भाई, जो प्रीत-रंग
होली मनाई ।
11
बृज की होली
कर रही धमाल
प्रेम गुलाल ।
12
एक अनूठा
हाइकु परिवार
देता से प्यार।
सीमा स्मृति
Sunday, March 1, 2015
होली आई रे !
1
है होली आई
फागुनी पुरवाई
ये मस्ती छाई।
2
है राधा संग
बरसाने के रंग
कान्हा मलंग।
3
ले पिचकारी
मस्तानों की टोली
है गाती होली ।
4
हे राधे राधे
रंगों की पहचान
प्रेम राह दे।
5
रंग दे रंग
जीवन को रंग दे
अच्छे संग दे।
6
गुजिया खाई
है भंग रंग लाई
रूठी भौजाई।
7
आब गुलाल
हैं करते धमाल
गुलाबी गाल।
8
जीवन रंग
सखियों तुम संग
मन-तरंग ।
9
भईया संग
बहनों ने सजाएं
हाइकु रंग।
10
दुश्मन बनें
भाई, जो प्रीत-रंग
होली मनाई ।
सीमा स्मृति
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