Friday, March 6, 2015

होली आई रे !


   1
है होली आई
फागुनी पुरवाई
ये मस्‍ती छाई।
      2
है राधा संग
बरसाने के रंग
कान्‍हा मलंग।
        3
ले पिचकारी
मस्‍तानों की टोली
है गाती होली ।
     4
हे राधे राधे
रंगों की पहचान
प्रेम राह दे।
     5
रंग दे रंग
जीवन को रंग दे
अच्‍छे संग दे।
   6
गुजिया खाई
है भंग रंग लाई
रूठी भौजाई। 
   7
आब गुलाल
हैं करते धमाल
गुलाबी गाल।
    8
जीवन रंग
सखियों तुम संग
मन-तरंग ।
    9
भईया संग
बहनों ने सजाएं
हाइकु रंग।
10
दुश्‍मन बनें
भाई, जो प्रीत-रंग
होली मनाई ।
     11
बृज की होली
कर रही धमाल
प्रेम गुलाल ।
   12
एक अनूठा
हाइकु परिवार
देता से प्‍यार। 
 
सीमा स्‍मृति


    

Sunday, March 1, 2015

हाइगा


होली आई रे !


   1
है होली आई
फागुनी पुरवाई
ये मस्‍ती छाई।
      2
है राधा संग
बरसाने के रंग
कान्‍हा मलंग।
        3
ले पिचकारी
मस्‍तानों की टोली
है गाती होली ।
     4
हे राधे राधे
रंगों की पहचान
प्रेम राह दे।
     5
रंग दे रंग
जीवन को रंग दे
अच्‍छे संग दे।
   6
गुजिया खाई
है भंग रंग लाई
रूठी भौजाई। 
   7
आब गुलाल
हैं करते धमाल
गुलाबी गाल।
    8
जीवन रंग
सखियों तुम संग
मन-तरंग ।
    9
भईया संग
बहनों ने सजाएं
हाइकु रंग।
10
दुश्‍मन बनें
भाई, जो प्रीत-रंग
होली मनाई ।

सीमा स्‍मृति