Friday, May 8, 2015

मन के द्वार


1
मन का पंछी
पाने को पहचान
भरे उड़ान ।
2
मन है देता
जीवन आधार
मंत्र अपार।
3
मन की आंखे
खोले हजारों द्वार
करो विचार ।
4
देखे दुनिया
मीन सी तड़पन
है दु:खी मन ।
5
मीठी लगे हैं
ये मन की बतियाँ
बांटे सखियाँ ।
6
ये बाल मन
बिन बात मुस्‍काये
दर्द भुलाये।
7
मन की ताल
दूजे से मिल जाती
मंत्र सुनाती ।
8
दर्द सोखता
यूँ रेत सोखे पानी
मन ने ठानी । 
9
देखे जो रंग
मचले मनमौजी
तितली मन ।

10
यूँ बिच्‍छू बन
ये जहरीला मन
सोखता तन ।
11
शब्‍दों के तीर
मज़बूरी की बेड़ी
मन ना छोड़े ।

सीमा स्‍मृति