Wednesday, June 3, 2015

ख़ामोशी

1

तेरी ख़ामोशी

ल्हड़ नवेली-सी

बनी पहेली ।

2

दर्द से मीठी

ये ख़ामोशी की दवा

स्वाद कड़वा ।

3

कौन सुनेगा

ख़ामोशी की आवाज

शोर के साज!

4

पी ली ख़ामोशी

घुली मीठी मुस्कान

करे हैरान ।

5

ख़ामोशी– संग

बदले हर छिन

जीवन– रंग ।

6

बजने लगी

ये तेरी ख़ामोशियाँ

ज्यों शहनाई।

7

धड़कन भी

दे ख़ामोशी की ताल

करती धमाल।

8

नैना समा

यूँ ख़ामोशी के साये

कैसे छिपाएँ!

9

छूटा  वो गाँव

मूक राह निहारे

सदा पुकारे।

10

ये ख़ामोशियाँ

गजब जादूगर

देख असर ।

-0-

धूप के पाँव

हर दिशा में

मृग  मरिचिकाऍं 

कैसे बचाएँ ।

2

शुष्क  रिश्तों-सी

मुरझाई   लताएँ

खोजें  आर्द्रता।

3

जल  -अभाव

पड़ने  लगा प्रभाव

समझे  भाव ।


सीमा स्मृति