सब कुछ बदलते देख लिया
रिश्ते-नाते
लोग- व्यवाहर
वक्त- प्यार
रहन-सहन
आचार विचार
शरीर - आयु
आधार -संस्कार
बस नहीं, बदली तो----------
सिर्फ तेरी याद, सिर्फ तेरी याद।
रिश्ते-नाते
लोग- व्यवाहर
वक्त- प्यार
रहन-सहन
आचार विचार
शरीर - आयु
आधार -संस्कार
बस नहीं, बदली तो----------
सिर्फ तेरी याद, सिर्फ तेरी याद।
भावुक करती रचना, बधाई.
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