1
देखो आईना
करो सवाल, क्यों है
ये भ्रष्टाचार।
2
शब्दों से नहीं
पाटी जाए बीमारी
ये लाइलाज।
3
वायरस ये
करे जड़ें खोखली
ध्वस्त समाज।
4
ये दलदल
खींचे है पल पल
बढ़ता जाए।
5
कोलगेट के
हजारों खुले गेट
गिनती भूले।
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