1
भावों का रेला
किसने क्या-क्या ठेला
वक्त ने कहा।
2
गीत -संगीत
बजाते गए मीत
नयी दिशा में।
3
उनींदी आँखें
देखना चाहती हैं
खिली-सी धूप।
4
थामें हाथों में
प्रज्वलित मशाल
सोच कमाल।
5
खाली मैदान
गूँजती खामोशियाँ
सुनो कहानी।
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.