Sunday, October 20, 2013

इंतजार


1
तपते दिन
और बेचैन रातें
तन्हा सफर ।
2
थमें या बहें
पलकों पर रुके  
अश्क ये कहें ।
3
टूटे ये तार
हैं जख्मी अख्तियार
सोखते रस ।
4
तन्हा  राह में
टिमटिमता दीया 
करे सवाल ।
5
समय -सीमा
टिकटिक करती
न करे प्रश्न ।
6
रगों का लहू
दिल की धड़कन
 ये सरगम ।   
7
घिरी तन्हाई            
खामोशी पथराई
जड़ हो गए।
8
टूटी टहनी
बिखर गए पात
कहें  कहानी । 


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