1
है मिला, सब
दुख उसका भी है
अभिन्न साथी ।
2
दुख सुख हैं
भाव अनुभूतियॉं
अर्थ अनेक ।
सुख दुख की
सलीब पे अटका
देखो इंसान ।
4
सुख की शर्त
लगी, दुख गर्भ में
क्या खोया पाया ।
5
5
भौतिकता
अजब कसौटी है
सुख दुख की ।
6
सुख के पंख
उड़ सकें अनन्त
मात्र कल्पना ।
7
खोजता सुख
हाथ लगे है दुख
यात्रा अनंत ।
8
खोया जो,मिला
जीवन चक्र चला
चलते चलो ।
9
जीवन लीला
दिन के बाद रात
फिर सवेरा ।
10
नव ओस बूंद सा
क्षण भंगुर ।
10 11 2011
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