Friday, October 18, 2013

सुख दुख

   1
है मिला, सब
दुख उसका भी है
अभिन्‍न साथी ।
   2
दुख सुख हैं
भाव अनुभूतियॉं
अर्थ अनेक ।
     3
सुख दुख की
सलीब पे अटका
देखो इंसान ।
   4 
सुख की शर्त
लगी, दुख गर्भ में
क्‍या खोया पाया ।
   5
भौतिकता
अजब कसौटी है
सुख दुख की ।
   6
सुख के पंख
उड़ सकें अनन्‍त
मात्र कल्‍पना ।
   7
खोजता सुख
हाथ लगे है दुख
यात्रा अनंत ।
    8
खोया जो,मिला
जीवन चक्र चला
चलते चलो ।
   9
जीवन लीला
दिन के बाद रात
फिर सवेरा ।
  10
मिला जीवन 
नव ओस बूंद सा 
क्षण भंगुर ।
10 11 2011  

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